Saturday, May 2, 2020

हमारे इश्क़ की दास्तान

न चाँद तारे की बाते थी,
न ऊँची उड़ानों के ख्वाब।

न कोई बड़े वादे थे,
न कोई तारीफ़ों से भरे ख़त।

न बुरी आदतों से अनजान थे,
न अच्छी आदतों की तारीफ़।

कुछ लफ़्ज़ों से ख़ामोशी मिली,
बस इतनी सी है हमारे इश्क़ की दास्तान।

- अभिजीत महेता
Books authored by Mr. Abhijeet Mehta











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