जी भर कर ले क़ोशिश तू मेरा काम मीटा पाएगा,
पर कसम मेरे ख़ुदा की हर तख़्त पे मेरा वजूद छूट जाएगा।
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जन्न्त सा में नहीं जो तू मुझे बिगाड़ पाएगा,
जहन्नम सा काला हूँ तेरा साँया भी मुझ में मिल जाएगा।
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वक़्त की तासीर है, आज मेरे साथ नहीं,
जब साथ आएगा तो लम्हा भी मेरी इजाज़त ले आगे जा पाएगा।
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- अभिजीत मेहता
पर कसम मेरे ख़ुदा की हर तख़्त पे मेरा वजूद छूट जाएगा।
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जन्न्त सा में नहीं जो तू मुझे बिगाड़ पाएगा,
जहन्नम सा काला हूँ तेरा साँया भी मुझ में मिल जाएगा।
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वक़्त की तासीर है, आज मेरे साथ नहीं,
जब साथ आएगा तो लम्हा भी मेरी इजाज़त ले आगे जा पाएगा।
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- अभिजीत मेहता
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